खत्म हो गया UP पुलिस का खौफ, मासूम की अपहरण के बाद कर दी हत्या

यूपी में इन दिनों अपहरण की वारदातों को लेकर यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. कानपुर संजीत अपहरणकांड की वारदात के बाद सरकार ने बड़े बड़े दावे किए थे, लेकिन उस वारदात के बाद भी एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन तीन अपहरण के मामले सामने आए हैं.

गोंडा में बच्चे का अपहरण

यूपी के गोंडा जिले में किडनैपर बच्चे को अगवा करने में कामयाब हो गया था. किडनैपर एक महिला थी. उसने बच्चे की रिहाई के बदले 4 करोड़ की फिरौती मांगी. फिरौती के लिए बाकायदा लेडी किडनैपर ने बच्चे को पिता के फोन किया. फोन पर सीधे धमकी दी. बच्चा ज़िंदा चाहिए या नहीं. इत्तेफाक से लेडी किडनैपर की ये कॉल रिकार्ड हो गई. बस उसी कॉल की वजह से पुलिस को इस केस में राह दिखाई दी. पुलिस पूरे जिले में जाल फैलाया.

एक ख़बर पुलिस के लिए राहत लेकर आई. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बदमाश बच्चे को गोंडा से बाहर लेकर जा रहे हैं. पुलिस ने देर रात बैरिकेडिंग की. चिन्हित कार को रोका. लेकिन जब बदमाश गोली चलाने लगे. तो पुलिस ने जवाबी फायरिंग की. दो बदमाशों उमेश और दीपू को पैर में गोली लगी. लेकिन सभी पकड़ में आ गए.

किडनैपर महिला भी धरी गई. पुलिस ने बदमाशों के पास से 32 बोर की एक पिस्तौल और 315 बोर के दो तमंचे भी बरामद किए. इस मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. बच्चे को सकुशल बरामद किया गया. बदमाशों ने कारोबारी के घर से बच्चे को अगवा किया था. वो लोग सेनिटाइजर और मास्क बांटने के बहाने वहां गए थे. सीसीटीवी में एक बदमाश को देखा गया था. बच्चा भी उसके पीछे-पीछे जा रहा था. इसी वीडियो के आधार पर पुलिस को बदमाश की कदकाठी का पता चला था.

गोरखपुर में अपहरण के बाद बच्चे की हत्या

लेकिन गोंडा वाले बच्चे की तरह सब किस्मत वाले नहीं होते. ताजा मामला यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर जिले का है. जहां बदमाशों ने अपहरण की वारदात को बेखौफ अंजाम दिया. रविवार की शाम को पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र को अगवा कर लिया और उसके परिजनों से एक करोड़ की फिरौती की मांग की गई. मामला पुलिस तक जा पहुंचा. सीएम के जनपद का मामला था, लिहाजा एसटीएफ को भी जांच में लगाया गया. लेकिन बदमाश बेरहम थे, उन्होंने अपहरण के कुछ मिनटों बाद करीब 5 बजे ही बच्चे की हत्या कर दी.

इससे पहले कि पुलिस और एसटीएफ बच्चे तक पहुंच पाती, बच्चे का शव एसटीएफ ने बरामद कर लिया. इस घटना की जानकारी मिलने पर बच्चे के घर में कोहराम मच गया. वहां भी हालात कानपुर जैसे हो गए. हर तरफ मातम है. और पुलिस खामोश. अफसर जल्द अपराधियों तक पहुंचने का आश्वासन दे रहे हैं. कानपुर के बाद इस मामले को लेकर भी योगी सरकार पर विपक्ष के निशाने पर है.

नोएडा से पांचवीं का छात्र लापता, सप्ताह बाद भी नहीं खबर

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में 10 साल का मासूम शिवम संदिग्ध हालातों में लापता हो गया. मामला सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के हरौला का है. लापता मासूम 5वीं कक्षा का छात्र है. परिजनों ने उसके लापता होने की शिकायत की तो पुलिस ने खानापूर्ति के लिए गुमशुदगी दर्ज कर ली. बच्चे को गायब हुए एक हफ्ते से भी ज्यादा का वक्त हो चुका है. परिजन थाने के चक्कर काट रहे हैं. मगर न तो परिजनों को उसकी कोई ख़बर लगी और न ही पुलिस ने कोई कार्रवाई की.

लापता बच्चे के पिता ने पुलिस को बताया कि शिवम पास की दुकान से कुछ सामान लेने गया था. जब वह देर तक नहीं लौटा तो उन्होंने उसे तलाश किया. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. उन्होंने बताया कि बच्चा बहुत समझदार है. उसे किसी भी तरह की डांट या फटकार भी नहीं मिली, जो वो भागने की सोचता. रही बात रास्ता भटकने की तो वह अपनी मां की मदद के लिए दूर-दूर जाता था. अभी इस मामले में पुलिस भी कुछ नहीं कह रही है.

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