लखनऊ ,बीजेपी के नेताओं को बड़ी-बड़ी बातें करने की आदत आज से नहीं है यह सब जानते हैं पंचायत चुनाव चल रहा है ।
पंचायत चुनाव में किस तरीके से जीत हासिल किया जाए। इसको लेकर बीजेपी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है।
मोहनलाल गंज बीजेपी सांसद कौशल किशोर उनकी पत्नी मलिहाबाद से विधायक और बहु जिला पंचायत का चुनाव लड़ रही।
मोहनलालगंज सीट से बीजेपी सांसद कौशल किशोर संगठन और क्षेत्र में लगातार अपना दबदबा बनाए हुए हैं। वह खुद सांसद होने के साथ ही भाजपा अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी मलिहाबाद सीट से विधायक हैं। अपना दम-खम और बढ़ाने के लिए वह बहू श्वेता किशोर को जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाना चाहते थे।
माल द्वितीय वॉर्ड से बहू को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़वाने का प्रस्ताव लेकर वह पार्टी के बड़े नेताओं के समक्ष गए भी थे। सांसद या विधायक को चुनाव न लड़वाने की पार्टी की नीति सामने आने के बाद लगा था कि वह शांत हो जाएंगे पर ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी ने इस वॉर्ड से हरिओम राज का नामांकन करवाने की घोषणा की थी।
आठ अप्रैल को नामांकन के अंतिम दिन सांसद ने अपनी बहू का पर्चा भरवा कर पासा पलट दिया। अब हरिओम का कहना है कि दस्तावेज अधूरे थे, इसलिए वह नामांकन नहीं कर सके। हालांकि इलाके में चर्चा है कि सांसद के दबदबे की वजह से उन्होंने कदम पीछे खींच लिए। पार्टी में चर्चा कि श्वेता चुनाव जीतती हैं तो सांसद उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़वाने का भी दबाव बनाएंगे।
सांसद कौशल किशोर क्षेत्र भ्रमण के दौरान बहू के समर्थन में प्रचार में निकले थे उसी दौरान क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला से भेंट हुई जो अपने जीवन यापन के लिए एक छोटी सी सब्जी की दुकान लगाती है ।
उस बूढ़ी मां से सांसद ने एक मिर्च 500 रुपए की खरीदी यह बात उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट का सार्वजनिक किया जिस पर तरह तरह के कमेंट आ रहे है ।तस्वीर देखकर हम तो बस इतना ही कह सकते है कि चुनाव के दौरान बीजेपी के नेता ही एक मिर्च 500 रुपए की खरीद सकते है ।