अडाणी ग्रीन ने टोटलएनर्जीज के साथ संयुक्त उद्यम बनाया, 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए


नई दिल्ली । अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने बुधवार को टोटलएनर्जीज के साथ 1,050 मेगावाट के संयुक्त उद्यम (जेवी) के पूरा होने की घोषणा की।
संयुक्त उद्यम के हिस्से के रूप में टोटलएनर्जीज़ ने परियोजनाओं में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एजीईएल की सहायक कंपनी में 30 करोड़ डॉलर का निवेश किया।


दोनों कंपनियों के बीच सितंबर 2023 में संयुक्त उद्यम के बारे में पक्का समझौता हुआ था।
संयुक्त उद्यम में 1,050 मेगावाट का पोर्टफोलियो है, जिसमें भारत में सौर और पवन ऊर्जा दोनों परियोजनाओं का मिश्रण है। इसमें पहले से चालू (300 मेगावाट), निर्माणाधीन (500 मेगावाट) और विकासाधीन परिसंपत्तियों (250 मेगावाट) का मिश्रण है।
इस संयुक्त उपक्रम के गठन के साथ टोटलएनर्जीज़ ने एजीईएल के साथ अपने रणनीतिक गठबंधन को मजबूत किया है और 2030 तक एजीईएल के 45 गीगावॉट क्षमता के लक्ष्य को सक्षम करने में सहायता की है।
एजीईएल भारत का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा समाधान भागीदार है, जो स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कंपनी यूटिलिटी-स्केल ग्रिड से जुड़े सौर, पवन और हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों का विकास, स्वामित्व और संचालन करती है।
देश के 12 राज्यों में फैले 8.4 गीगावॉट के ऑपरेटिंग नवीकरणीय पोर्टफोलियो के साथ, एजीईएल वर्तमान में भारत में सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा डेवलपर है, जो कुल 4.1 करोड़ टन से अधिक सीओ2 उत्सर्जन की भरपाई करता है। एजीईएल भारत के डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों के अनुरूप 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ऊर्जा की स्तरीय लागत (एलसीओई) को कम करने और सस्ती स्वच्छ ऊर्जा को व्यापक रूप से अपनाने की सुविधा के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करती है। एजीईएल के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो को 200 मेगावाट से अधिक क्षमता वाले संयंत्रों के लिए जल सकारात्मक, एकल-उपयोग प्लास्टिक-मुक्त, और शून्य अपशिष्ट-से-लैंडफिल के रूप में प्रमाणित किया गया है, जो सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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