यूपी सरकार मनमानी कर रही है,अखिलेश यादव

लखनऊ,सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव प्रेसवार्ता के दौरान मिडाया से बात करते हुए कहा ।

आज जब मैं सीएम का भाषण सुन रहा था, वो ऐसे जवाब दे रहे थे की जैसे पिछले 4 साल में सरकार ने दायरे और मर्यादा में रहकर काम किया हो इंस्टीट्यूशन का जितना नुकसान बीजेपी ने किया उतना किसी ने नहीं किया बीजेपी यूपी दिल्ली सरकार की नकल करती है, ऐसे ही कृषि बिल को लोक सभा में पारित होने के बाद यूपी में किया बीजेपी यूपी सदन में बहुमत के खिलाफ़ जाकर बिल पास कराये

कल सभी एमएलसी सदन में धरने पर थे, लेकिन तब भी सारे बिल पास कर दिए, जबकि यहां के सदन में बहुमत विपक्ष का है ।

उप्र की जनता का अपमान कर रही है ये सरकार पूरे के पूरे बिल बिना बात सुने पास करा दिए गये हैं और ये बात कर रहे हैं ।

जैसे दिल्ली की सरकार 5 ट्रिलियन अर्थव्यस्था की बात कर रही है वैसे ही नकल रहते हुए उप्र की सरकार ने 1 ट्रिलियन की बात की थी पर इस बार किसी ने नाम नहीं लिया केंद्र सरकार ने 5 ट्रिलियन की बात की और उप्र की सरकार ने 1 ट्रिलियन की बात विकास की बात करते हैं पर ये कर रहे हैं अर्थव्यवस्था के लिए, इंफ्रा के लिए क्या किया, विकास के लिए क्या किया कोई बढा विकास दिख रहा हो तो बताईये,ये लोग संकल्प पत्र को भूल गए उस सरकार से क्या उम्मीद करेगें।

ये पहली सरकार है जो शिलान्यास का शिलान्यास करती है, उद्घाटन का उद्घाटन करती है ।

इन्वेशमेंट मीट से कितना निवेश आया वो बतायें जनता को,जिस पटल पर ये बताना चाहिए कि इतना निवेश आया वो वहां बतायें वो सदन में कह रहे हैं कि पटककर मारना चाहिए – ये सरकार के मुखिया की भाषा है ।

यहां पर सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है एक्सप्रस वे का, क्या उनके संकल्प पत्र में ये सब था,
क्या उप्र में सुपर क्रिटिकल थर्मल प्लांट लग रहा था अब कितना लग रहा है सीएम के मुंह में पटककर मारना, ठोंकना आता है पर बिजली, थर्मल प्लांट जैसे शब्द नहीं आते हैं ।
हेल्थ सेक्टर में कितना काम किया इन्होंने, कह रहे हैं कोविड में कितने झंडे गाढ़े हैं इन्होंने,
क्या सरकार ने कोविड के समय मजदूर की मदद की ,एक भी मजदूर की मदद नहीं की मैं सरकार से जानना चाहता हूं क्या एक्सप्रेस वे के प्रोजेक्ट उनके हैं, क्या उनका जिक्र उनके प्रस्ताव पत्र में था मैं सीएम से जानना चाहता हूं की उनके मुंह से ” पटकना, ठोकना” सुनाई पड़ता है लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर या सोलर एनर्जी क्यों नही सुनाई पड़ता ।

क्या covid19 में सरकार ने श्रमिकों की मदद की थी? क्या उनको खाना दिया था? क्या सरकार को याद है की covid lockdown की वजह से कितने लोगों की जान गई, क्या सरकार ने अपना दुख जताया कभी सदन में? 90 लोगों की जान गई यूपी में covid19 में, समाजवादी सरकार ने उन 90 परिवारों की मदद करी और 1 लाख की आर्थिक सहायता दी जब मैं सीएम का भाषण सुन रहा था, वो ऐसे जवाब दे रहे थे की जैसे पिछले 4 साल में सरकार ने दायरे और मर्यादा में रहकर काम किया हो इंस्टीट्यूशन का जितना नुकसान बीजेपी ने किया उतना किसी ने नहीं किया ।

बीजेपी यूपी दिल्ली सरकार की नकल करती है, ऐसे ही कृषि बिल को लोक सभा में पारित होने के बाद यूपी में किया।

बीजेपी यूपी सदन में बहुमत के खिलाफ़ जाकर बिल पास कराए कल सभी एमएलसी सदन में धरने पर थे, लेकिन तब भी सारे बिल पास कर दिए, जबकि यहां के सदन में बहुमत विपक्ष का है।

उप्र की जनता का अपमान कर रही है ये सरकार पूरे के पूरे बिल बिना बात सुने पास करा दिए गये हैं और ये बात कर रहे हैं,परम्परा की जैसे दिल्ली की सरकार 5 ट्रिलियन अर्थव्यस्था की बात कर रही है वैसे ही नकल रहते हुए उप्र की सरकार ने 1 ट्रिलियन की बात की थी पर इस बार किसी ने नाम नहीं लिया ।

केंद्र सरकार ने 5 ट्रिलियन की बात की और उप्र की सरकार ने 1 ट्रिलियन की बात की ये लोग सतत विकास की बात करते हैं पर ये कर रहे हैं अर्थव्यवस्था के लिए, इंफ्रा के लिए क्या किया, विकास के लिए क्या किया कोई बढा विकास दिख रहा हो तो बताईये,ये लोग संकल्प पत्र को भूल गए उस सरकार से क्या उम्मीद करेगें आप ये पहली सरकार है जो शिलान्यास का शिलान्यास करती है, उद्घाटन का उद्घाटन करती है-

इन्वेशमेंट मीट से कितना निवेश आया वो बतायें जनता को,जिस पटल पर ये बताना चाहिए कि इतना निवेश आया वो वहां बतायें वो सदन में कह रहे हैं कि पटककर मारना चाहिए – ये सरकार के मुखिया की भाषा है ।

यहां पर सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है एक्सप्रस वे का, क्या उनके संकल्प पत्र में ये सब था,
क्या उप्र में सुपर क्रिटिकल थर्मल प्लांट लग रहा था अब कितना लग रहा है सीएम के मुंह में पटककर मारना, ठोंकना आता है पर बिजली, थर्मल प्लांट जैसे शब्द नहीं आते हैं
हेल्थ सेक्टर में कितना काम किया इन्होंने, कह रहे हैं कोविड में कितने झंडे गाढ़े हैं इन्होंने,
क्या सरकार ने कोविड के समय मजदूर की मदद की ,एक भी मजदूर की मदद नहीं की मैं सरकार से जानना चाहता हूं क्या एक्सप्रेस वे के प्रोजेक्ट उनके हैं, क्या उनका जिक्र उनके प्रस्ताव पत्र में था ।

मैं सीएम से जानना चाहता हूं की उनके मुंह से ” पटकना, ठोकना” सुनाई पड़ता है लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर या सोलर एनर्जी क्यों नही सुनाई पड़ता।

क्या covid19 में सरकार ने श्रमिकों की मदद की थी? क्या उनको खाना दिया था? क्या सरकार को याद है की covid lockdown की वजह से कितने लोगों की जान गई, क्या सरकार ने अपना दुख जताया कभी सदन में? 90 लोगों की जान गई यूपी में covid19 में, समाजवादी सरकार ने उन 90 परिवारों की मदद करी और 1 लाख की आर्थिक सहायता दी-

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