लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य के 9,800 से अधिक जर्जर स्कूलों को ढहाने का आदेश दिया है। सरकारी अधिकारियों ने 12,000 से अधिक ऐसे स्कूलों की पहचान की है, जहां नवीकरण या विध्वंस की आवश्यकता है।शिक्षा विभाग के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने कहा,उत्तर प्रदेश में 12,177 स्कूलों की पहचान की गई है, जो या तो जीर्ण-शीर्ण हैं या उनके नवीकरण की आवश्यकता है। इनमें से 2,013 स्कूलों को पुनर्निर्मित किया जाना है और शेष 9,826 स्कूलों को ध्वस्त किया जाना है। जबकि 2,195 स्कूल पहले ही ध्वस्त हो चुके हैं, फिर भी अन्य स्कूलों पर कार्रवाई लंबित है।
हालांकि इन स्कूलों के विध्वंस से उनमें पढऩे वाले छात्रों के लिए समस्याएं पैदा हो जाती हैं जब तक कि उन्हें वैकल्पिक आवास उपलब्ध नहीं कराया जाता है। शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इनमें से अधिकांश मामलों में, एक ही परिसर में अलग-अलग इमारतों का निर्माण पहले ही किया जा चुका है। हालांकि, अन्य मामलों में, जर्जर इमारतों के आसपास के स्कूलों की पहचान की गई है और छात्रों को उसी के अनुसार वहां स्थानांतरित किया जाएगा।
आनंद ने कहा,जीर्ण-शीर्ण इमारतों ने वहां पढऩे वाले छात्रों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है और इसलिए उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेटों के तहत एक समिति बनाई जाएगी और चिन्हित भवनों पर कार्रवाई की जाएगी।