लखनऊ । शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में अवैध रूप से शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। लेकिन आबकारी व पुलिस महकमा की सुस्ती से प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है। हाल यह है कि होटलों व ढाबों की आड़ में अवैध रूप से शराब बिक्री की जा रही है। जहां पर बार की तरह ग्राहकों को शराब परोसी जाती है। अवैध रूप से शराब का कारोबार कर रहे ढाबा व होटल मालिक इस धंधे से चांदी काटने में मशगूल हैं। शाम होते ही होटलें व ढाबे मयखाने बन जाते है। इन ढाबा संचालकों के हौसले इतने बुलंद है कि रात की बात तो दूर ये ग्राहकों को दिन के समय भी बाहर बैठकर खुलेआम शराब परोसने में गुरेज नहीं करते है। ग्रामीण क्षेत्रों से शहर में आने वाले लोग जाते समय थोड़ी देर होटल व ढाबों रुककर जाम से जाम टकराने के बाद निकलते हैं।
नकेल जरुरी
होटलों संचालक होटल पर आने वाले लोगों के लिए शराब परोस रहे हैं। शराबियों को बैठने के लिए अलग से कमरे भी बने है। वहीं शराब के साथ पानी, सलाद व नमकीन की व्यवस्था की जाती है। शहर के मडियांव थाने से इटौंजा टोल तक सीतापुर रोड पर करीब दो दर्जन से अधिक होटल व ढाबे है जिन पर खुलेआम शराब परोसी जाती है।
होटलों व ढाबों के पीछे बोतलों के ढेर
होटलों व ढाबों पर अवैध शराब के कारोबार का पता इनके पीछे लगे बोतलों के ढेर से चलता है। शराब पीने के बाद लोग बोतल को वहीं छोड़कर चले जाते है। जिसे होटल व ढाबा संचालक इक्कठा करता है।
होटल- ढाबों की पड़ताल से परहेज
शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सड़कों के किनारे होटल-ढाबों का मनमर्जी से संचालन किया जा रहा है। लेकिन इन होटल-ढाबों की पड़ताल करने को लेकर ना तो आबकारी विभाग को फिक्र है और ना ही पुलिस विभाग को परवाह। ऐसे में इन मुख्य मार्गो पर मनमर्जी से दर्जनों होटल-ढाबों का संचालन किया जा रहा है।
पड़ताल कर कार्रवाई करवाएंगे
शहर के आस-पास हाइवें व सड़कों के किनारे बने होटलों व ढाबों की पडताल करवाएगें। होटल-ढाबे पर अगर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है तो कार्रवाई करेंगे। – जिला आबकारी इंस्पेक्टर