लखनऊ।(आरएनएस ) एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश निर्माण निगम लिमिटेड के पूर्व एमडी यू के गहलोत तथा वर्तमान एमडी सत्य प्रकाश द्वारा राजकीय एलोपेथिक मेडिकल कॉलेज, बहराइच में भारी अनियमितता तथा कूटरचना के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करने के संबंध में लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा के समक्ष परिवाद प्रस्तुत किया है.
अपने परिवाद में नूतन ने कहा कि निर्माण निगम ने यह काम मेसर्स यूनिवर्सल कांट्रेक्टर एंड इंजिनियर प्रा०लि० को बैक-टू-बैक वर्क के रूप में दिया गया. इसके बाद भी निगम के अफसरों ने 01 जून 2018 से 16 नवम्बर 2018 के बीच सामान खरीद के नाम पर कुल 14.5 करोड़ का भुगतान अनियमित रूप से सीधे उप ठेकेदार के पक्ष में कर दिया जिसमें समान खरीद के कोई साक्ष्य मौजूद नहीं हैं. ठेकेदार मेसर्स यूनिवर्सल ने भी लिख कर बताया है कि उन्होंने निगम को सामान के खरीद हेतु कोई सहमति नहीं दी थी, उनके फर्जी हस्ताक्षर बना कर उनके अनुबंध पर डेबिट की गयी है. नूतन के अनुसार इसके बाद भी निर्माण निगम के पूर्व तथा वर्तमान एमडी ने मामले में कोई कार्यवाही नहीं की जबकि यह सरकारी दस्तावेजों से हेरफेर, कूटरचना, सरकारी धन के गबन का गंभीर संज्ञेय अपराध है.