ब्लैकहोल (Black Hole) के बारे में हमें सीधे तौर पर कोई जानकारी नहीं मिलती. फिर भी इसके बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है
. जैसे इसका आकार, इसका भार, इसके घूमने की गति आदि. आमतौर पर इससे प्रकाश (Light) तक बाहर नहीं निकल पाता, लेकिन यह जितना पदार्थ खींच (capture) सकता है उससे कई गुना पदार्थ फेंक (expel) सकता है.वैज्ञानिकों ने इसके पदार्थ खींचने और फेंकने के दो अलग प्रक्रियाओं को एक ही प्रक्रिया का हिस्सा बताया है.
एक्रीशन डिस्क की प्रमुख भूमिका
ब्लैकहोल में पदार्थ को खींचे जाने और उत्सर्जित करने की प्रक्रिया को नियंत्रित उसके पास स्थित एक्रीशन डिस्क करती है. यह डिस्क एक विशाल गैस और धूल से बनी होती है जो बहुत तेजी से ब्लैकहोल के पास उसका चक्कर लागती है. यह गर्म डिस्क चमकीले प्रकाश से साथ अन्य इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकरण फेंकती है. दो अलग हिस्से
इस डिस्क का एक हिस्सा इवेंट होराइजन के पार जाकर ब्लैक होल के अंदर चला जाता है. इवेंट होराइजन वह सीमारेखा होती है जिसके आगे से प्रकाश सहित कोई भी पदार्थ ब्लैकहोल से बाहर नहीं जा पाता. वही दूसरी ओर बहुत सारा हिस्सा इवेंट होराइजन के इस पार डिस्क के विकिरण उत्सर्जन से ब्लैकहोल से दूर जाता है. गैलेक्सी के केंद्र की गतिविधि
हर गैलेक्सी के केंद्र में एक ब्लैकहोल होता है लेकिन एक्रीशन डिस्क केवल सक्रिय गैलेक्सियों के केंद्र के ब्लैकहोल के बाहर ही होती हैं. अभी तक वैज्ञानिकों के बनाए ब्लैक होल के मॉडल्स पदार्थ को लेकर दो चरणों की अलग अलग व्याख्या करते हैं. एक चरण में गैलेक्सी के केंद्र से तेज गति से आयनीकृत गैस निकलती है और दूसरे दूसरे चरणों में अणु धीरे धीरे केंद्र में समा जाते हैं.