बलिया। बलिया कांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेना से रिटायर्ड सैनिक है और भूतपूर्व सैनिक संगठन की बैरिया तहसील इकाई का अध्यक्ष भी। बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह का आरोपी धीरेंद्र से गहरा नाता है, जिसे उन्होंने कबूल भी किया है। इसके साथ विधायक सुरेंद्र ने माना है कि धीरेंद्र प्रताप सिंह ने 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के आम चुनाव में बीजेपी के लिए सक्रिय सहयोगी रहे है।
बैरिया विधायक आज सुबह बलिया के जिला अस्पताल में धीरेन्द्र के परिवार का हालचाल जानने पहुंचे। वहां विधायक का अनोखा रूप देखने के लिए मिला। हत्या के आरोपी धीरेंद्र के परिवार का दुख-दर्द देखकर उनकी आंखों से आंसू बह निकले।
जिला अस्पताल में उन्होंने धीरेंद्र के परिवार का मेडिकल बनवाने के लिए डाक्टरों से भी बातचीत की है।
विधायक सुरेंद्र के साथ जिला अस्पताल में भारी भीड़ भी पहुंच गई। आरोपी के परिवार की महिलाएं फफक-फफक कर रोते हुए प्रशासन की नाकामी का बखान कर रही थी।
आरोपी की भाभी आशा ने एसडीएम बलिया पर आरोप लगाया कि उसने खड़े होकर अपने सामने सबको पिटवाया। उनकी सुनने वाला और बचाने वाला कोई नहीं था। धीरेंद्र को फसाया गया है, हाथ जोड़कर न्याय मांग रहे हैं।
वही आरोपी धीरेंद्र पर्व में फौजी रहा है, जिसके चलते उसके समर्थन में पूर्व सैनिक संगठन भी जिला अस्पताल पहुंचा।
पूर्व सैनिक संगठन प्रदेश प्रभारी रमेश सिंह गुड्डू ने कहा कि फौजी सीमा पर लड़ता है। वो कैसे किसी के साथ अन्याय कर सकता है, वह बेगुनाह है, उसे और उसके परिवार को जबरन मोहरा बनाया जा रहा है।
आरोपी धीरेंद्र के परिजनों जहां खुद को बेकसूर बताया तो वही पूरी घटना के लिए दुर्जनपुर के ग्राम प्रधान कृष्ण यादव को दोषी बताया है। विधायक और पूर्व सैनिक संगठन ने कहा कि वह अकेले ही न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।