गिरफ्तार नौ साइबर ठग में से तीन कोरोना पॉजिटिव, पुलिस महकमे में हड़कंप

साइबर क्राइम सेल के एसीपी सहित 14 पुलिसकर्मी क्वारंटीनलखनऊ।(आरएनएस ) कोरोना से देश जूझ रहा है। तमाम सरकारी कसरतों के बावजूद लखनऊ में कोरोना लगातार नए रिकार्ड बनाते हुए देश में तेजी से पैर पसार रहा है।

इसी बीच पेंशन धारकों के खातों से ठगी करने वाले झारखंड से गिर तार नौ में तीन साइबर ठग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनकी रिपोर्ट आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। हजरतगंज थाने में स्थित साइबर सेल के द तर को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं साइबर क्राइम सेल के एसीपी समेत 14 पुलिस कर्मी क्वारंटीन हो गए हैं। बता दें कि, गुरुवार को जामताड़ा से गिर तार साइबर ठगों की पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता भी की गई थी। इसके चलते उसमें शामिल पुलिस अधिकारी से मीडिया कर्मी तक दहशत में हैं। साइबर सेल के पुलिस कर्मियों के संक्रमित होने पर वहां मौजूद लोगों का भी टेस्ट कराया जाएगा। हजरतगंज थाना क्षेत्र की पुलिस करीब सात आठ कैदियों की कोरोना जांच के लिए सिविल अस्पताल पहुंची। वहां सभी का एंटीजन टेस्ट किया गया। इनमें से तीन कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें कहीं भर्ती कराने की सलाह दी। पुलिसकर्मी कैदियों को लेकर साथ में चले गए और अपने उच्च अधिकारी को सूचना दी। डॉक्टरों के मुताबिक पुलिस दोबारा कैदियों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराने अस्पताल पहुंची। इससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। डॉक्टरों ने कहा, कि पॉजिटिव मरीजों को इधर-उधर लेकर टहलना ठीक नहीं है। इससे दूसरे लोग भी संक्रिमत हो सकते हैं। तब पुलिसकर्मियों ने कहा, कि इनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराने को कहा गया है। इस पर केजीएमयू के डॉक्टरों ने भी पुलिस को सुझाव दिया कि वह रिपोर्ट करीब 48 घंटे बाद आती है। इसलिए बेहतर है, कि उन्हें कहीं भर्ती कराया जाए।बाक्स- संक्रमित कैदियों को एल-1 कोविड अस्पताल भेजा गया एसीपी हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया, कि कैदियों को लेकर कोई भटक नहीं रहा था। कोविड-19 गाइडलाइन का पालन भी किया जा रहा था। उसी के मुताबिक रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें किसी अस्पताल में भर्ती कराने पर बात की जा रही थी। अब एंबुलेंस बुलाकर तीनों कैदियों को एल-1 स्तरीय कोविड अस्पताल में भेज दिया गया है।

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