संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई (United Arab Emirates, UAE) अपने यहां आने वाले निवेशकों और वैज्ञानिक, डाक्टर जैसे पेशेवर लोगों की परिवार सहित नागरिकता लेने की प्रक्रिया को आसान बना रहा है। उसने इसके लिए नागरिकता कानूनों में संशोधन करने का फैसला किया है। यह निर्णय कोरोना महामारी के बीच अपनी अर्थव्यवस्था में तेजी लाए जाने के लिए लिया गया है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक यूएई ने शनिवार को अबू धाबी और दुबई में कुछ विदेशियों को नागरिकता देने की योजना की घोषणा की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि UAE जिन विदेशियों को अपनी नागरिकता देने के लिए प्रक्रिया को आसान बना रहा है उनमें निवेशक, विशेष प्रतिभा वाले लोग, डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, कलाकार, लेखक और उनके परिवार के लोगों समेत अन्य शामिल हैं। दुबई के शासक और यूएई के उपाध्यक्ष शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट, स्थानीय अमीरी अदालत और कार्यकारी परिषद तीनों ही सभी श्रेणी में नागरिकता देने का फैसला करेंगीं।
कानून यूएई के वर्तमान पासपोर्ट धारकों को यह नागरिकता देगा। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या नए पासपोर्ट धारकों को भी यह सुविधा मिलेगी। अभी तक यहां काम करने वाले बाहरी देशों के लोगों को कुछ सालों के बाद वीसा नवीनीकरण कराना पड़ता है। सरकार अब अपनी वीसा पॉलिसी को और लचीला बना रही है। जिससे निवेशक, पेशेवर और छात्र लंबे समय तक रह सकें।
इससे पहले यूएई ने उन फिलिस्तीनियों एवं अन्य लोगों को नागरिकता दी थी जिन्होंने सन 1971 में इसके गठन के बाद देश की सरकार बनाने में योगदान दिया था। दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम (Sheikh Mohammed bin Rashid Al Maktoum) ने शनिवार इस बड़े कदम की घोषणा करते हुए कहा कि यह प्रस्ताव कलाकारों, लेखकों, डॉक्टरों, इंजीनियरों और वैज्ञानिकों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी नागरिकता देने पर लागू हो सकता है। यही नहीं जिनको नागरिकता दी जाएगी वे अपनी पुरानी नागरिकता भी धारण कर सकेंगे।