आईपीएस मणिलाल पाटीदार पिछले पांच महीने से यूपी पुलिस को छका रहे हैं। वह 50 हजार के इनामी भी हो चुके हैं। महोबा पुलिस के अलावा विजिलेंस और ईडी को भी उनकी तलाश है। बावजूद इसके प्रयागराज के एएसपी क्राइम की अगुवाई में गठित एसआईटी के अलावा एसटीएफ भी पाटीदार का सुरक्षा घेरा नहीं तोड़ पा रही है।
जारी हो चुका है कुर्की का नोटिस
नौ सितंबर 2020 से ही निलंबित चल रहे पाटीदार की अब कोर्ट के आदेश से कुर्की की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कोर्ट से जारी कुर्की की नोटिस का पुलिस ने तामीला कर दिया है। यह नोटिस पाटीदार के डूंगरपुर (राजस्थान) जिले के सगवाड़ा थाना क्षेत्र में सरौंदा गांव स्थित पैतृक घर पर भी चस्पा किया गया है। इसके बाद भी अब कुर्की की जाएगी। पाटीदार पर महोबा के क्रशर कारोबी इंद्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगने, उसे आत्महत्या के लिए उकसाने तथा भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। निलंबित होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं। वह जांच के लिए तत्कालीन आईजी रेंज वाराणसी विजय सिंह मीना की अध्यक्षता में गठित एसआईटी के सामने भी नहीं आए थे। पाटीदार के खिलाफ पहले हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था लेकिन एसआईटी की जांच में आत्महत्या की बात सामने आने पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 में परिवर्तित कर दिया गया था। क्रशर कारोबारी ने अपनी मौत से पहले पाटीदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।