आयुष्मान भारत योजना का सच ,पढ़े पूरी खबर।

आयुष्मान भारत योजना या पीएम जय के तहत देश के 10 करोड़ गरीब परिवार के करीब 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य सुरक्षा कवर दिया जा रहा है।
मोदीकेयर के नाम से मशहूर आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) 25 सितंबर 2019 से शुरू हो चुकी है. केंद्र सरकार आयुष्मान योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों या 50 करोड़ लोगों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करा रही है.
एबीवाई को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जय) भी कहा जाता है. यह वास्तव में देश के गरीब लोगों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य’ (पीएम-जय) योजना की घोषणा की है. इसे पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर से देशभर में लागू कर दिया गया है।
अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा शुरू किये गए स्वास्थ्य सुरक्षा योजना ओबामाकेयर की तर्ज पर भारत का मोदीकेयर भी कहा जाता है. आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) के तहत देश के 10 करोड़ गरीब परिवार के करीब 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य सुरक्षा कवर दिया जा रहा है।
कौन-कौन सी बीमारियां हैं एबीवाई में शामिल?
आयुष्मान भारत योजना (ABY) में प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है.
मोदीकेयर (PM-JAY) में पुरानी बीमारियों को भी कवर की जाती हैं.
किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जा रहे हैं. PM-JAYमें ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च भी शामिल है.
किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच/ऑपरेशन/इलाज आदि PM-JAYके तहत कवर होते हैं.
जो चीज स्वास्थ्य बीमा के दायरे से बाहर हैं, उनकी लिस्ट बहुत छोटी है।

कौन ले सकता है आयुष्मान भारत योजना (ABY) का लाभ?
देश के 10.74 करोड़ परिवार PM-JAYका लाभ ले सकते हैं.
इन परिवार की पहचान गरीब और सुविधाओं से वंचित लोगों के तौर पर हुई है.
आयुष्मान भारत योजना (ABY) का लाभ लेने के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल हुआ है.
PM-JAY का लाभ लेने के लिए परिवार के आकार या उम्र की कोई सीमा तय नहीं की गई है ।

आयुष्मान भारत योजना (ABY) का लाभ कैसे लें?
स्वास्थ्य बीमा के पैनल में शामिल किसी भी अस्पताल से ABY में बिना पैसे दिए (कैशलेस) इलाज हो रहा है.
योजना के तहत कसौटी पर खरे उतरने वाले निजी अस्पताल ऑनलाइन पैनल में रखे गए हैं.
के तहत देश के किसी भी अस्पताल में इलाज कराया जा सकता है.
आयुष्मान भारत योजना (ABY) के लिए नीति आयोग कैशलेस या पेपरलेस इलाज के लिए आईटी फ्रेमवर्क विकसित कर चुका है.
आयुष्मान भारत योजना (ABY) पर कैसे होगा अमल?
राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान भारत योजना (ABY) को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन देख रही है.
राज्य स्तर पर PM-JAYकी जिम्मेदारी प्रदेश स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के पास है।

ABY पर खर्च होने वाली रकम कहां से आएगी?
आयुष्मान भारत योजना (ABY) पर आने वाली लागत राज्य और केंद्र सरकार आपस में बांटे रही हैं.
ABY में राज्य की हिस्सेदारी जरूरी है.
राज्य की स्वास्थ्य एजेंसी को केंद्र सरकार एसक्रो अकाउंट से सीधे पैसे भेज रही है.
ABY की अनुमानित लागत 12 हजार करोड़ रुपये है.
ABY से क्या होगा फायदा?
देश में वंचित तबके के लोगों के लिए PM-JAY या ABY बहुत उपयोगी कदम साबित हो सकता है. सरकार का मानना है कि पांच लाख रुपये तक की हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम से देश की बड़ी आबादी की स्वास्थ्य समस्या दूर करने में मदद मिल सकती है ।

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