रेलवे के स्तर पर भी कोरोना संक्रमण को रोकने और विपरीत परिस्थितियों में मदद करने के लिए तैयारी की जा रही हैं। इसके तहत मरीज़ों के लिए रेल कोच में आइसोलेशन बेड बनाए जा रहे है। अगर इमरजेंसी में आवश्यकता पड़े तो मरीज़ों का उपचार यहाँ भी किया जा सकेगा। आलमबाग स्थित रेल कैरिज वर्कशॉप में आइसोलेशन कोच बनाने का काम शुरू हो गया है। यहाँ कुल दस कोच तैयार होंगे, जिनमें प्रत्येक में एक-एक केबिन डाक्टर और नर्स के होंगे। वहीं आठ केबिन में मरीज़ रखे जाएँगे।
हर कोच में २२० वोल्ट की बिजली सप्लाई के लिए अलग से वायरिंग होगी, जिससे आवश्यक मशीने चलाई जा सकें। कोच में ड्रिप औरग्लूकोज़ चढ़ाने की व्यवस्था रहेगी। एक केबिन में एक मरीज़ रहेगा। बीच की सीट हटा दी गई है, जिससे पेशेंटको बैठने में आसानी हो। टॉयलेट दिन में 5 से 6 बारसेनेटाइज़ होगा। इसके अलावा डाक्टर और अन्य स्टाफ़ के लिए ख़ास सूट भी यहाँ तैयार हो रहे हैं, जो कोरोना के मरीज़ों के इलाज के दौरान पहने जाएँगे।