नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक बड़े फैसले में मध्यस्थता समिति को 2 अगस्त तक का समय दिया है। इस दिन तय होगा कि मामले का फैसला मध्यस्थता से हो या रोज सुनवाई के आधार पर।
इससे पहले अयोध्या विवाद मामले में मध्यस्थता कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इसमें कहा गया कि सभी पक्षों से हुई बातचीत के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान बेंच ने 11 जुलाई को इस मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी थी।
कोर्ट ने कमेटी से अब फाइनल रिपोर्ट सौंपने के लिए 31 जुलाई तक का वक्त दिया है। अर्थात अब मध्यस्थता समिति के पास अयोध्या विवाद का हल निकालने के लिए मात्र 13 दिन का समय शेष हैं।
इसके बाद 2 अगस्त को इस मामले पर अगली सुनवाई होगी। यानी इसी दिन सुप्रीम कोर्ट फैसला लेगा कि इस मामले का समाधान मध्यस्थता से निकाला जाएगा या फिर रोजाना सुनवाई से।